रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। मंत्र: श्री राम नाम खेलो अकन कबीरी। सुनिये नारी बात हमारी। https://laneupjcu.blogscribble.com/34718173/detailed-notes-on-mahavidya