गाँधी जी ने अपना अपराध स्वीकार किया और उन्होंने सारी बात एक कागज में लिखकर पिताजी को बता दी. इसलिए उन्होंने आनंद जी को बोला की वह इस आम आदमी से माफ़ी मांगे. चूड़ियों की गिनती व्यक्ति विनम्रता से बोला – भगवान, वैसे तो मै समय पर ही पहुंच जाता https://celebritygossipinhindi94462.blgwiki.com/1182071/an_unbiased_view_of_ट_व_स_र_यल_अपड_ट